Vorläufige spezielle Ergebnisse der Berufszählung vom 5. Juni 1882. Fortsetzung. | ||||||||||||||||
Noch: a. Die Bevölkerung des Deutschen Reichs am 5. Juni 1882 | ||||||||||||||||
Be- rufs- Ab- thei- lung und Num- mer. | Berufsart. | Stel- lung im Beruf. | Im Ganzen (Sa.) und für jedes Ge- schlecht (M. W.) beson- ders. | Die Erwerbsthätigen im | ||||||||||||
Unter 15. | 15 bis (noch nicht) 20. | 20 bis 30. | 30 bis 40. | |||||||||||||
Ledige und Ge- schie- dene. | Ver- heira- thete. | Ver- witt- wete. | Zu- sam- men. | Ledige und Ge- schie- dene. | Ver- heira- thete. | Ver- witt- wete. | Zu- sam- men. | Ledige und Ge- schie- dene. | Ver- heira- thete. | Ver- witt- wete. | Zu- sam- men. | |||||
1. | 2. | 3. | 4. | 5. | 6. | 7. | 8. | 9. | 10. | 11. | 12. | 13. | 14. | 15. | 16. | 17. |
Noch: B. | Noch: IX. Textil- | |||||||||||||||
53. | Häkelei, Stickerei, Spitzen- fabrikation als Hausbetrieb. | a. | Sa. | 5 | 401 | ─ | ─ | 401 | 759 | 87 | 16 | 862 | 475 | 197 | 113 | 785 |
M. | ─ | 7 | ─ | ─ | 7 | 12 | 30 | ─ | 42 | 12 | 91 | ─ | 103 | |||
W. | 5 | 394 | ─ | ─ | 394 | 747 | 57 | 16 | 820 | 463 | 106 | 113 | 682 | |||
a fr. | Sa. | 828 | 4033 | 28 | 3 | 4064 | 3915 | 915 | 73 | 4903 | 1242 | 1305 | 393 | 2940 | ||
M. | 80 | 144 | ─ | ─ | 144 | 102 | 160 | ─ | 262 | 26 | 321 | 10 | 357 | |||
W. | 748 | 3889 | 28 | 3 | 3920 | 3813 | 755 | 73 | 4641 | 1216 | 984 | 383 | 2583 | |||
b. | Sa. | ─ | 5 | ─ | ─ | 5 | 15 | 4 | ─ | 19 | 7 | 3 | ─ | 10 | ||
M. | ─ | 1 | ─ | ─ | 1 | 9 | 3 | ─ | 12 | 2 | 2 | ─ | 4 | |||
W. | ─ | 4 | ─ | ─ | 4 | 6 | 1 | ─ | 7 | 5 | 1 | ─ | 6 | |||
c. | Sa. | 311 | 1007 | 2 | ─ | 1009 | 661 | 61 | 4 | 726 | 117 | 46 | 15 | 178 | ||
M. | 79 | 158 | 1 | ─ | 159 | 89 | 33 | ─ | 122 | 6 | 36 | ─ | 42 | |||
W. | 232 | 849 | 1 | ─ | 850 | 572 | 28 | 4 | 604 | 111 | 10 | 15 | 136 | |||
54. | Häkelei, Stickerei, Spitzen- fabrikation als Fabrikbetrieb. | a. | Sa. | ─ | 8 | ─ | ─ | 8 | 30 | 62 | ─ | 92 | 27 | 147 | 9 | 183 |
M. | ─ | 4 | ─ | ─ | 4 | 19 | 57 | ─ | 76 | 15 | 139 | 4 | 158 | |||
W. | ─ | 4 | ─ | ─ | 4 | 11 | 5 | ─ | 16 | 12 | 8 | 5 | 25 | |||
b. | Sa. | 7 | 52 | ─ | ─ | 52 | 125 | 8 | ─ | 133 | 16 | 29 | ─ | 45 | ||
M. | 6 | 50 | ─ | ─ | 50 | 113 | 8 | ─ | 121 | 12 | 29 | ─ | 41 | |||
W. | 1 | 2 | ─ | ─ | 2 | 12 | ─ | ─ | 12 | 4 | ─ | ─ | 4 | |||
c. | Sa. | 627 | 2052 | 3 | ─ | 2055 | 1350 | 559 | 12 | 1921 | 143 | 699 | 21 | 863 | ||
M. | 280 | 543 | ─ | ─ | 543 | 392 | 485 | 4 | 881 | 33 | 659 | 6 | 698 | |||
W. | 347 | 1509 | 3 | ─ | 1512 | 958 | 74 | 8 | 1040 | 110 | 40 | 15 | 165 | |||
55. | Bleicherei, Färberei, Druckerei und Appretur von Spinn- stoffen, Garnen, Geweben und Zeugen aller Art. | a. | Sa. | 1 | 46 | 1 | ─ | 47 | 376 | 566 | 10 | 952 | 259 | 2059 | 70 | 2388 |
M. | ─ | 15 | ─ | ─ | 15 | 303 | 555 | 4 | 862 | 225 | 2030 | 29 | 2284 | |||
W. | 1 | 31 | 1 | ─ | 32 | 73 | 11 | 6 | 90 | 34 | 29 | 41 | 104 | |||
a fr. | Sa. | 518 | 1855 | 9 | ─ | 1864 | 1757 | 464 | 57 | 2278 | 342 | 473 | 279 | 1094 | ||
M. | 43 | 46 | ─ | ─ | 46 | 30 | 39 | 1 | 70 | 15 | 77 | 1 | 93 | |||
W. | 475 | 1809 | 9 | ─ | 1818 | 1727 | 425 | 56 | 2208 | 327 | 396 | 278 | 1001 | |||
b. | Sa. | 4 | 108 | ─ | ─ | 108 | 316 | 79 | 1 | 396 | 82 | 217 | 6 | 305 | ||
M. | 4 | 97 | ─ | ─ | 97 | 300 | 79 | ─ | 379 | 71 | 214 | 6 | 291 | |||
W. | ─ | 11 | ─ | ─ | 11 | 16 | ─ | 1 | 17 | 11 | 3 | ─ | 14 | |||
c. | Sa. | 1576 | 12773 | 16 | ─ | 12789 | 11960 | 5298 | 103 | 17361 | 2017 | 8214 | 330 | 10561 | ||
M. | 856 | 6692 | ─ | ─ | 6692 | 7089 | 4613 | 45 | 11747 | 1321 | 7588 | 124 | 9033 | |||
W. | 720 | 6081 | 16 | ─ | 6097 | 4871 | 685 | 58 | 5614 | 696 | 626 | 206 | 1528 | |||
56. | Posamentenfabrikation. | a. | Sa. | ─ | 43 | ─ | ─ | 43 | 143 | 245 | 6 | 394 | 97 | 724 | 29 | 850 |
M. | ─ | 9 | ─ | ─ | 9 | 85 | 225 | 2 | 312 | 73 | 694 | 10 | 777 | |||
W. | ─ | 34 | ─ | ─ | 34 | 58 | 20 | 4 | 82 | 24 | 30 | 19 | 73 | |||
a fr. | Sa. | 817 | 2906 | 25 | 1 | 2932 | 2034 | 921 | 63 | 3018 | 385 | 985 | 205 | 1575 | ||
M. | 141 | 229 | ─ | ─ | 229 | 142 | 300 | 3 | 445 | 28 | 372 | 3 | 403 | |||
W. | 676 | 2677 | 25 | 1 | 2703 | 1892 | 621 | 60 | 2573 | 357 | 613 | 202 | 1172 | |||
b. | Sa. | 6 | 87 | 1 | ─ | 88 | 262 | 40 | ─ | 302 | 49 | 99 | 2 | 150 | ||
M. | 6 | 82 | 1 | ─ | 83 | 245 | 39 | ─ | 284 | 47 | 99 | 2 | 148 | |||
W. | ─ | 5 | ─ | ─ | 5 | 17 | 1 | ─ | 18 | 2 | ─ | ─ | 2 | |||
c. | Sa. | 810 | 5382 | 13 | 1 | 5396 | 4351 | 1143 | 50 | 5544 | 596 | 1755 | 141 | 2492 | ||
M. | 421 | 2391 | 2 | ─ | 2393 | 2060 | 1004 | 15 | 3079 | 322 | 1639 | 39 | 2000 | |||
W. | 389 | 2991 | 11 | 1 | 3003 | 2291 | 139 | 35 | 2465 | 274 | 116 | 102 | 492 | |||
57. | Seilerei und Reepschlägerei, auch Fabrikation von Netzen, Segeln, Säcken u. s. w. | a. | Sa. | ─ | 33 | ─ | ─ | 33 | 257 | 501 | 7 | 765 | 178 | 1962 | 48 | 2188 |
M. | ─ | 23 | ─ | ─ | 23 | 246 | 493 | 6 | 745 | 169 | 1954 | 27 | 2150 | |||
W. | ─ | 10 | ─ | ─ | 10 | 11 | 8 | 1 | 20 | 9 | 8 | 21 | 38 | |||
a fr. | Sa. | 2 | 26 | ─ | ─ | 26 | 36 | 19 | ─ | 55 | 7 | 30 | 6 | 43 | ||
M. | 1 | 2 | ─ | ─ | 2 | 18 | 14 | ─ | 32 | 2 | 27 | ─ | 29 | |||
W. | 1 | 24 | ─ | ─ | 24 | 18 | 5 | ─ | 23 | 5 | 3 | 6 | 14 | |||
b. | Sa. | ─ | 7 | ─ | ─ | 7 | 50 | 9 | 1 | 60 | 20 | 14 | ─ | 34 | ||
M. | ─ | 7 | ─ | ─ | 7 | 50 | 9 | 1 | 60 | 20 | 14 | ─ | 34 | |||
W. | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | ─ | |||
c. | Sa. | 397 | 2735 | 5 | ─ | 2740 | 2437 | 426 | 6 | 2869 | 696 | 951 | 28 | 1675 | ||
M. | 365 | 2337 | 2 | ─ | 2339 | 2118 | 346 | 4 | 2468 | 607 | 845 | 15 | 1467 | |||
W. | 32 | 398 | 3 | ─ | 401 | 319 | 80 | 2 | 401 | 89 | 106 | 13 | 208 |